जब मुख्यमंत्री धामी महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे, तो वहां की सड़कों पर उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की लोकप्रियता अब राज्य की सीमाओं को पार कर देशभर में फैलने लगी है। गुरुवार को जब मुख्यमंत्री धामी महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे, तो वहां की सड़कों पर उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
जैसे ही मुख्यमंत्री धामी का काफिला सड़कों से गुजरा, लोग मोबाइल फोन लेकर उनकी तस्वीरें और वीडियो बनाने लगे। यह इस बात का प्रमाण है कि उनके कार्यों ने न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने पिछले तीन साल के कार्यकाल में ऐसे कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिन्होंने धर्म, संस्कृति और उत्तराखंड की अस्मिता को मजबूती दी है। केदारनाथ, बद्रीनाथ धामों के पुनर्निर्माण और चारधाम यात्रा को सुगम बनाने से लेकर यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) का मसौदा तैयार करना, धर्मांतरण पर रोक, दंगारोधी कानून, और नकल विरोधी कानून लागू करना, उनके निर्णय राज्य और देशभर में चर्चा का विषय बने हैं।
लव, लैंड और थूक जिहाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई ने उनकी छवि को और मजबूत किया है। मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड की पारंपरिक और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के साथ-साथ आधुनिकता और विकास की दिशा में भी साहसिक कदम उठाए हैं।
जनता के प्रति उनकी तेज़ कार्यशैली, मजबूत निर्णय लेने की क्षमता और समर्पण ने उन्हें एक ऐसा नेता बनाया है, जो सिर्फ योजनाएं नहीं बनाता, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर पर क्रियान्वित भी करता है। यही कारण है कि अब उन्हें उत्तराखंड के बाहर भी “धाकड़ धामी” और “धर्म रक्षक धामी” जैसे उपनामों से सम्मानित किया जा रहा है।
महाराष्ट्र के शपथ ग्रहण समारोह में उमड़ी भारी भीड़ और लोगों का उत्साह इस बात का संकेत है कि मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उनके साहसिक निर्णय और जनहितकारी नीतियों ने भारतीय राजनीति में उनके कद को काफी बढ़ा दिया है। उनकी गिनती देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में होने लगी है जो अपने सख्त और मजबूत फैसलों के लिए जाने जाते हैं।